IPO meaning in Hindi|Company IPO क्यों Issue करता है?
नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले है IPO meaning in Hindi अकसर हम लोग कई बार ये IPO के बारे में सुनते है की आज इस Company का IPO निकला, कल उस Company का IPO निकले गा. इसलिए बहुत बार हमारे मन में ये सवाल आता है की आखिर ये IPO है क्या? और हम लोग इसमें कैसे Invest कर सकते है?
और अगर आप एक Investor है या आप Share Market में Investment करते हो, तो आप के लिए (IPO meaning in Hindi) IPO के बारे में जानकारी रखना बहुत जरुरी है. तो चलिये दोस्तों आज हम इस Article के जरिये IPO meaning in Hindi और IPO के बारे मे पूरा details जानेंगे.
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IPO meaning in Hindi.

IPO meaning in Hindi है Initial Public Offering. मतलब IPO का full form है Initial Public Offering. (प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव) कोई भी Company जब अपना Share, Market में पहली बार छोड़ता है Investor के लिए. तो वह Company अपने Share का एक Price तय करता है. जिसे Initial Public Offering (IPO) कहा जाता है.
आमतौर पर कोई भी Privet Company का पहले से ही कुछ Share Holder होता है. जैसे संस्थापक (Founder) और उनके परिवार और दोस्त. साथ ही साथ professional Investor जैसे Venture Capitalist इत्यादि.
क्योंकि कोई भी Company में सबसे बड़ा और पहला हिस्सा इन लोगो का ही होता है. लेकिन अगर उस company को अपने Business बड़ा करने के लिए जब बहुत सारे पैसो की जरुरत होती है, तो हर Company के लिए सबसे अच्छा तरीका होता है आपने कुछ हिस्से की Market में IPO छोड़ कर अपने लिए Fund Raise करना.
IPO का इतिहास क्या है?
वैसे तो आप को पता ही होगा की ये Share market का Concept बहुत सालो पहले से चली आ रही है. और Wiki के अनुसत पहली बार IPO निकाला था Dutch East India Company वर्ष 1602 मे.
Dutch एक financial innovators Company था जो Modern Financial System को आगे लेके आयी थी. और ये एक ऐसा Company था जिसने पहली बार अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए अपने Shares को Public के लिए IPO के तौर पर Market में छोड़ा था.
साथ ही साथ Dutch East India Company दुनिया का पहला ऐसा Company था जो आम जनता के लिए Bonds, Shares और Stocks Issue किया था. और ये IPO का concept भी तभी से चल रहा है. जो आज बहुत Modern और well organized हो गया है.
Company IPO क्यों Issue करता है?
सालो से बहुत सारा Company आपने कई कारणों से Market में IPO लाता है. आज हम ऐसे ही कुछ कारन के बारे मे जानेंगे की आखिर Company या क्यों IPO Issue करता है.
- हर Company को पैसो की जरुरत होती है, चाहे वह अपने Business को Expand करने लिए हो या Loan Repayment करने के लिए हो. आमतौर पर इसी कारण से Company IPO issue करता है.
- बहुत सारा Company अपने Infrastructures को अच्छा करने के लिए भी IPO issue करता है.
- आमतौर पर Company चाहता है की उनके Business में हमेशा Liquidity बनी रहे ताकि Business में कोई Problem न हो. इसी कारणों से भी Company अपना IPO (Initial Public Offering) Issue करता है.
- अगर किसी Company के Shares में अच्छा खासा trading होता है तो उस Company की Business के साथ साथ उसका Brand Value भी Grow होता है.
- अगर कोई छोटा Company Stock Exchange में IPO के जरिये Listed होता है, तो आम जनता को आसानीसे उस Company के बारे में पता चलता है. इससे उस Company को अपना market में Credibility बढ़ाने में मदत मिलता है.
IPO कैसे काम करता है?
जब कोई Company Privet से Public होने का फैसला करती है Fund Raise करने के लिए, तो सबसे पहला काम होता है IPO Issue करना. लेकिन कोई भी Company के लिए IPO लाना उतना आसान काम नहीं होता है. उसके लिए Company को बहुत सारा Rules & Regulation से होके गुज़ारना परता है.
तो अभी हम लोग जानेंगे IPO कैसे काम करता है?
Sept 1:- कोई भी Company को IPO Issue करने के लिए पहले एक investment bank को Hire करना पड़ता है जो एक Registered Third Patty organization होता है. जिसका काम होता है Company की Current situation को study करना. Company की net worth को calculation करना.
और Company कितना पैसा उठाना चातेहै ये Analysis करना. और एक underwriting agreement करना. और अंत में investment bank decide करती है की company को कितना IPO Issue करनी चाहिए, और उसके बाद IPO का approval देता है.
Step 2:- जब सब कुछ Ready हो जाता है तो Company को अपना एक prospectus ready करके SEBI में submit करना परता है approval के लिए. जहा पर Company को अपने बारे में पूरा जानकारी देना होता है. जैसे Company का financial bag round, future prospects और भी बहुत कुछ.
SEBI में सब कुछ submit करने के बाद SEBI सारा details verified करता है. और final verified करके approval देता है. क्योंकि कोई भी IPO के लिए SEBI का approval mandatory होता है.
Step 3:- Finally SEBI का approval मिलने के बाद IPO launch की तैयारी करनी परती है. जैसे Road Show और Market analysis. कोई भी Company क़े IPO में 50% हिस्सा रहता है Qualified Institutional Investor का. और किसी भी IPO के successful होने में QII का सबसे Important Role होता है.
SEBI approval के बाद Company की Management team पुरा country में Travel करता है. और market research के साथ साथ Investor sentiment को समझने की कोशिश करती है. उसके साथ अलग अलग Road Show और Campaign भी करना पड़ता है.
Step 4:- Company जब SEBI से IPO का approval लेता है तब pricing तय नहीं किया जाता. तो सब कुछ Final होने के बाद अपना IPO के Price तय करती है. की कौनसा Price ठीक रहेगा Company कि Valuation के हिसाब से IPO Launch करने के लिए.
Step 5:- Step 5 में IPO का Bidding price announce किया जाता है. मतलब IPO का market में Price और Lot size announcement किया जाता है, जैसे मान लेते है Bidding Price हुआ 180 से 200. और Lot size हुआ Minimum 100 shares per lot. यानि की एक Individual को minimum एक lot IPO खरीदना पड़ेगा. जो 180 से 200 के बीच market में launch होगा.
और साथ ही साथ application with ASBA collection होता है. जो Offline और online दो तरह से किया जा सकता है. और आमतौर पर ये IPO 3 दिन से 10 दिन तक Open रहता है.
Step 6:- अंत में सबसे Important step होता है IPO का allotment होता. पहले ही IPO का एक Allotment date तय किया जाता है. और उस date से पहले पूरा bidding का process complete होने के बाद. तय किया गया date पर सब को Shares का allotment दिया जाता है.
लेकिन ध्यान रखने वाली बात है की सबको IPO का allotment नहीं मिलता है. क्योंकि बहुत बार सुनने को मिलता है कि IPO over subscription हो जाता है. मतलब Company के हिसाब से ज्यादा IPO में bidding होता है. तो इसीलिए सबको सब IPO में allotment नहीं मिलता है.
क्या हमें IPO में Invest करना चाहिए?
अगर आप Share Market में Investment करते हो तो IPO आपके लिए एक अच्छा Option हो सकता है. क्योंकि Initial Stage में किसी Company की Shares ख़रीदने से आपको Future में अच्छा Profit होने का chance रहता है. लेकिन कोई भी IPO में Invest करने से पहले आपको कुछ चीजों पर ध्यान देना पड़ेगा. जैसे
- ज्यादातर IPO नया company का ही निकलता है. तो अगर आपको company के बारे में अच्छे से नहीं पता है तो सबसे पहले company का Bag ground check करना important होता है.
- किसी भी Company में Investment करने से पहले Company का Net Worth check करना बहुत जरुरी है. क्योंकि Net Worth से आपको उस Company का financial condition कैसा है पता चलता है.
- किसी भी IPO का Lock-in period check करना बहुत जरुरी है. क्योंकि बहुत सारा IPO का Lock-in period रहता है, जिसके कारन IPO public में launch होने के बार उसका Price गिरने लगता है, फिरभी आप उस Shares को बेच नहीं सकते हो.
IPO कैसे खरीद सकते है?
अगर आपको किसी भी Company का IPO ख़रीद न है तो आपको दिए गए Time के अंदर ही खरीद न पड़ेगा. और आप दो तरह से IPO खरीद सकते हो पहला है Offline और दुशरा है Online.
लेकिन आज के Date में Offline transaction उतना नहीं होता है. ज्यादा टार online ही होता है. तो अगर आप online से IPO खरीद न चाहते हो तो सबसे पहले आपको किसी stock broker के पास जाना होगा.
और खुद के लिए एक Demat account खोलना पड़ेगा. और उस account से आप कभी भी किसी भी company के IPO में पैसा लगा सकते हो.
IPO full guide in Hindi:
दोस्तों मैं उम्मीद करता हु की आज का हमारा ये Article IPO meaning in Hindi. आप को अच्छा लगा है और इस से आपको कुछ सिखनेको भी मिला होगा. क्योंकि आजके इस Topic में हम लोग IPO meaning in Hindi के साथ साथ IPO (Initial Public Offering) से जुड़ी हुई और भी बातों के बारे में जाने है.
अगर आपको ये article IPO meaning in Hindi अच्छा लगा हे तो आप आपके दोस्तों में Share कर सकते हो. और कुछ Suggestion या complain रहा तो निचे comment में लिख सकते हो.
धन्यवाद!