What is SIP in Hindi – सिप क्या है?
नमस्कार दोस्तों, क्या आप जानते हो की What is SIP in Hindi – सिप क्या है? और कितने प्रकार के होते हे? हो सकता है की आप ने बोहोत बार सुने होंगे SIP के बारे में लोगो को बात करते हुए, या फिर TV में या Social Site में इसके बारे में बात करते हुए.
मेरी माने तो दुनिया में ऐसा बहुत कम लोग मिलेंगे जिनको SIP के बारे में जानकारी न हो. क्यो की SIP को Investment के लिए Best option माना जाता हे. तो अगर आप को इस What is SIP in Hindi – सिप क्या है? के बारे में पूरी जानकारी चाहिए तो Article में बने रहिये.
बहुत सारे लोगो का तो ये भी कहना है की जिंदगी में करोड़पति बनने का सबसे आसान तरीका हे ये SIP. तो आज हम लोग इस Article में SIP के बारे में पूरा जानकारी लेंगे.और जानेंगे कि इसके मदत से कैसे करोड़पति बना जाये.
Contents
- What is SIP in Hindi – सिप क्या है?
- How SIP works – SIP कैसे काम करता है?
- Types of SIP – SIP कितने प्रकार के होते है?
- Benefits of SIP – सिप का फयदा
- Disadvantage of SIP – सिप का नुकसान.
- Best SIP Plan कैसे चुने?
- How to start SIP – SIP कैसे Start करे?
- Crorepati Kaise Bane – SIP से Crorepati कैसे बने?
- आज हमने नया क्या सीखा?
What is SIP in Hindi – सिप क्या है?

SIP का पूरा नाम Full Form है Systematic Investment Plan. ये एक Investment करने का तरीका है जिसे सिप बोलते हे. जैसे के हम लोग आपने पेहेले Article में Discuss कियेथे Mutual Fund के बारे में. अगर अपने बो Mutual Fund वाला Article नहीं देखे तो Link में Click करके पहले बो वाला Article पढ़ लीजिये.
क्यों की SIP को अच्छे से समझ ने के लिए Mutual Fund के बारे मे जानलेना जरुरी हे. क्यों की SIP Mutual Fund का ही एक Part हे. मतलब Mutual Fund में Investment करने का एक आसान और मेहतपूर्ण तरीका होता है SIP (Systematic Investment Plan).
हालांकि SIP के माध्यम से आप Mutual Fund के अलाबा Shares/Stocks या Gold में भी Investment कर सकते हो.
चलिये एक छोटा सा उदहारण से समझते हैं
मानलेते हे के आप को Mutual Fund में Investment करना है, और आप एक छोटा Investor हो. तो आपके पास बहुत सारा पैसा भी नहीं है, और आप चाहते हो के छोटे छोटे Amount invest करके कुछ सालो के बाद एक अच्छा Return मिले ताकि आपके काम आ सके.
तो इसके लिए आप SIP के माध्यम से Investment कर सकते हो. जहापे आप को हर महीने Minimum 100 रूपया से Invest करने का मौका मिलता हे. और 5 साल या 10 साल बाद आप को एक अच्छा Amount मिले.
क्यो की आप इसमें अपना छोटा छोटा Amount हर महीने systematically Invest कर सकते हो इसी लिए इसे SIP (Systematic Investment Plan) बोला जाता है.
How SIP works – SIP कैसे काम करता है?
आमतौर पे SIP में आप को Investment Option मिलता हे Daily, Weekly, Monthly, Quarterly, Hap yearly और Yearly.मतलब इनमे से किसी भी Option के माध्यम से आप कोई भी Fund में Invest कर सकते हो. अगर आप Monthly को लेते हो, तो आप का पैसा हर महीने Invest होता रहे गा.
चलिये एक आसान सा उदहारण से समझते हैं.
मानलेते हे की आपने एक Equity Fund पसंद किये और आपको उस Equity Fund में Investment करना हे. लेकिन आपको आज से 10 साल के बार जरुरत हे 2 लाख 5 हजार रुपियो की. और आप चाहते हो के आज से आप छोटा छोटा Investment करना शुरू करेंगे और 10 साल के बाद आपको 2 लाख 5 हजार रु मिल जाये.
तो आप क्या करते हो? कि हर महीने उस Equity Fund में 1000 रुपये Invest करना Start कर देते हो. तो अभी आप का हर साल 12000 रूपया उस Fund में Investment होता हे. और पुरे 10 सलो में उस Fund में आपका 1 लाख 20 हजार रूपया हो जाता हे.
अभी मान लेते है की उस Equity Fund ने हर साल Average में 14% से 15% का अगर Return दिया होगा तो,10 साल में आप को लगभग लगभग 2 लाख 40 हजार से 2 लाख 60 हजार मिल सकता है. जहापे आपने Invest किया है सिर्फ 1 लाख 20 हजार बो भी हर महीने छोटा छोटा करके.
तो SIP के जरिये आप किसी भी Mutual Fund में या Shares में हर महीने छोटा छोटा Amount आपके हिसाब से Investment करके कुछ सालके बार आपना Wealth Create (धन बनाएँ) कर सकते हो.
आसानी से समझ ने के लिए हम लोग SIP को RD (Recurring Deposit) जैसे भी सोच सकते हे. अगर आपके पास बड़ा पैसा नहीं है, तो आप छोटे पैसे को काम पे लगाकर कुछ सालो के बाद अपना बड़ा धन Create कर सकते हो.
Types of SIP – SIP कितने प्रकार के होते है?
जैसे की मैंने पहले ही बोलै है की SIP एक जरिया है Mutual Fund में Investment करनेका. तो आमतौर पर SIP का कोई प्रकार नहीं होता है. लेकिन SIP के जरिये Invest करने का कुछ प्रकार होता है, जैसे की आप चाहे तो Daily, Weekly, Monthly, Quarterly, Hap yearly और Yearly भी Investment कर सकते हो.
और आमतौर पे Mutual Fund का बोहोत सारा प्रकार होता है, जैसे Equity Fund, Debt Fund, या Hybrid Fund. तो आप इन सुब को भी SIP का Types समज सकते हो.
Benefits of SIP – सिप का फयदा
वैसे तो SIP में Investment करने का बहुत सारे फायदे हे. तो चलिए हम एक एक करके सारे Benefits बारे में बिस्तर में जानेंगे.
Disciplined of Saving – मान लीजिये की आप SIP में Monthly Investment क्या है,और ये SIP आप अगले 5 साल के लिए Continue करते है. तो हर महीने आपके Account से पैसा Automatic Debit होक आपका Invest हो जाये गा.
यानि की एक Discipline Way में आपको हर महीने Investment होता रहेगा, जिसके लिए आप को खुद से यद् रखने की जरुरत नही होता.
Minimum Amount to Invest- SIP में सबसे अच्छा फयदा (Benefit) है इसका Investment Amount. मतलब आप आपके हिसाब से छोटे से छोटे Amount के जरिये अपना SIP Start कर सकते हो. जैसे हर महीने सिर्फ 100 रुपये से.
Flexibility – SIP में एक Investor को जितना Flexibility मिलता है, वैसा Flexibility शायद ही किसी और Investment में मिलता होगा. क्यो की आप जब चाहो SIP को सुरु कर सकते हो, बंद कर सकते हो, इसमें अलगसे पैसा डाल सकते हो, चहेतो पैसा निकल भी सकते हो.
और अगर आप ने Investment करने के बाद कभी चाहे तो आपने Plan भी बदल (Switch) सकते हो.
Transparency of Investment – SIP में Investment करके आप आपका SIP का Status जब छाये Check कर सकते हो.
Long-Term Gains – जैसे की आप को पता हे की SIP में आप बहुत छोटे Amount से सुरु कर सकते हो और लम्बे समय तक चला भी सकते हो. आमतौर पे देखा गया हे की कोई ब्यक्ति अगर SIP को लम्बे समय तक चलता है तो बोहोत अच्छा Return मिलता हे. जैसे सालाना 15% या 20% या उससे भी ज्यादा.
Benefits of Compounding – अगर आप किसी SIP को लम्बे समय के लिए चलाते हो, तो उसमे आप को चक्रवृद्धि (Compounding) का फयदा मिलता हे.
मतलब अगर आपने कोई SIP साल चलते हो, तो आप का जो पहले साल का Investment है, अगर आपने 1000 रूपया का SIP करते हो तो आपका एक साल में Investment होता हे 12000. और उसके अगले साल आप फिर से 12000 रूपया Invest किये.
तो इस साल आप को पिछले साल का जो Investment है उसके ऊपर तो Interest मिलेगाही, और पिछले साल का Interest के ऊपर भी Interest मिलेगा. और लंबे समय के Investment में ये Benefit सबसे अच्छा माना जाता है.
क्यों की किसी मसहूर व्यक्ति ने कहा हे –
“Compound interest is the eighth wonder of the world”
Rupee Cost Averaging – SIP के फायदों में ये Rupee Cost Averaging का फायदा भी एक महत्वपूर्ण फायदा है. तो चलिए जानते है ये Rupee Cost Averaging क्या है?
मानलेते हे आप ने सोचा है की हर महीने आप 1 ग्राम करके Gold खरीदेंगे अगले 1 साल (12 महीने). तो आप ने इस साल का January महीने से शुरू किया. January महीने को 1 ग्राम Gold का Price था 100 रूपया, तो आप ने खरीदा. February महीने को Gold का Price बरके हो जाता हे 110 रूपया.
फिर March को Gold Price कम होके होता हे 90 रूपया. April को 80 रूपया और May को 70 रूपया. फिर से Gold का Price बरके होता हे June को 90 रूपया, और July को 100 रूपया.
तो आप ने 7 महीने 1 ग्राम करके Gold ख़रीदा हे,तो चलिए देखते है के आपका Rupee Cost Averaging कैसे हरा, और इससे आप को क्या फायदा हुआ.
Month | Gold | Price |
January | 1 ग्राम | 100 |
February | 1 ग्राम | 110 |
March | 1 ग्राम | 90 |
April | 1 ग्राम | 80 |
May | 1 ग्राम | 70 |
June | 1 ग्राम | 90 |
July | 1 ग्राम | 100 |
Total महीने – 7 | Total Gold – 7 ग्राम | Total खर्चा- 640 |
तो आप ने 7 ग्राम Gold ख़रीदा 640 रुपियो में, बोहि अगर आप January महीने को हि खरीद लेते तो आप को देना होता 700 रूपया. तो यहाँ पे आपका खरीदने का भाव Average हो गया है, इसी लिए आप को 60 रुपियो का फयदा हुआ.
Simple and convenient – दूसरे Investment के मुक़ाबले SIP में Investment करना बहुत ही आसान होते हे, और इस में हमारा Time भी ज्यादा नही लगता हे. और SIP को समझना भी बोहोत आसान होता है.
Habit of saving / Investment – अगर आप SIP में Investment करते हो तो धीरे धीरे आप को saving / Investment का आदत हो जाता हे. क्यु की हर महीने आप के Account से पैसा कट के धीरे धीरे कुछ सालो के बाद एक अच्छा Amount बन जाता हे.
और ये बात कहा जाता हे की, अगर कोई काम आप लम्बे समय तक करते हो तो बो आप का आदत बन जाता हे. और saving का आदत बनने Future के लिए अच्छा होता है.
Disadvantage of SIP – सिप का नुकसान.
बैसे तो अगर आप SIP को ठीक तरह से चलते है तो इसमें ज्यादा नुकसान नहीं होते. फिर भी कुछ Disadvantage हे SIP का, जो हम आगे जानेंगे.
Meagerly Long Term Benefits – ज्यादातर देखा गया है कि SIP को अगर आप लम्बे समय के लिए चलाते हो तो आप को अच्छा benefit मिलता हे. लेकिन छोटे समय के लिए उतना अच्छा नहीं होता हे.
Market Risk- SIP में Market का Risk भी होता है, मतलब कभी कभी Market Risk के बजे से आप को Loss भी देखना पड़ता हे.
Emergency Redemption Risk – अगर आप किसी Equity Fund में सिप (SIP) करके थोरे Time के बार Emergency Purpose के लिए अपना Fund को Redeem करते हो, तो बहुत Chance है की आपको Loss हो जाये गा.
Insufficient Fund – अगर आप की किसी Bank Account से SIP चल रहा है, और किसी महीने में अगर आपके Bank Account में पैसा ना हुआ. तो उस महीने के लिए आप का SIP Bounce करेगा, और इस के लिए आपका Bank आपसे Bounce Charge लेगा.
Best SIP Plan कैसे चुने?
Best Sip Plan चुनने के लिए आप को कुछ चीजों पे ध्यान देना पड़ेगा. जैसे कि किस Mutual Fund Company के कोण सा Scheme अच्छा हे.
जैसे की Mutual Fund में बहुत सरे Type का Fund होता हे, उसमे से आप के जरुरत के अनुसार आप को Equity Fund में SIP करना है, या Debt Fund या फिर Hybrid fund में SIP Start करना हे पेहेले ये चीज़ तय करना पड़ेगा.
अब मान लेते है आप को Equity Fund मेँ SIP करना हे, अब Fund में भी बोहोत सारा Schemes होता हे, उसमे से आप को एक Scheme तय करना पड़ेगा. जैसे के Large Cap ले लेते हे, के आप को large Cap Fund मेँ SIP करना हे.
अब आपको उस Large Cap Fund का Past Performance Check करना हे की ये Fund Last 5 सालों में या 10 सालों में कितना Return दिए हे. और कुछ छोटे मोटा चीज़ जैसे कि Company कैसा है, Fund का AUM कितना हे. मतलब कितना पैसा Fund में Invested हे.
और बोहोत सारा चीज़ हे, लेकिन ये सुब देखके आप को एक Idea सा हो जाये गा. के अच्छा Fund आप के SIP के लिए कोनसा हो सकता हे.
और Fund का Past Performance देखने के लिए आप नीचे दिया हुआ Website का Link Use कर सकते हे.
How to start SIP – SIP कैसे Start करे?
SIP Start करने के लिए सबसे पहले आपको आप का Know your Customer (KYC) करना पड़ेगा. इसके लिए आप को आप का ID Proof (Pan Card), Address Proof और एक Passport size का Photo submit करना पड़ेगा.
ये काम आप Offline और online दो तरह से कर सकते हो. अगर आप को Offline करना है तो आप को किसी Mutual Fund के Office में जेक करना पड़ेगा. और अगर आप online करना चाहते हो तो जिस Company का SIP आप करेंगे उस Company के Website में Login करके आप को आप का Documents Upload करना पड़ेगा.
कुछ दिनों के बाद आप का KYC Verified हो जाये गा. और एक बार आप का KYC Verified हो जाने से आप किसी भी Company का SIP Start कर सकते हो. अब आप को आप का Sing किया हुआ SIP application form और उसके साथ आपका Bank Details या Cheque Leaf देनेसे आप का SIP Start हो जाये गा.
और online करने पे आप को Mutual Fund company क़े website में login करके आप को आपका सारा Details देने के बाद, Bank account का Details देके Submit करनेपे आप का SIP start हो जाये गा. जो आप चाहे तो घर पे बैठे भी कर सकते हो.
Crorepati Kaise Bane – SIP से Crorepati कैसे बने?
बोहोत बार SIP (Systematic Investment Plan) in Mutual Fund के बारेमें सुना गया हे की “15*15*15 = 1 Crores” मतलब अगर आपने किसी Equity Mutual Fund में आपना Monthly 15000 करके SIP अगर अगले 15 सालोंके लिए चलते हो.ओर अगर बो SIP आपको हर साल 15% का Return देता हो, तो अगले 15 सालके बाद आप लगभग,लगभग SIP से Crorepati बन सकते हो.
लेकिन ये कोई Fixed Calculation नहीं है. ये पूरा Calculation/Return निर्भर करता हे Market के ऊपर,क्यो कि अगर आपका Fund अच्छा Return देगा तोहि ये सम्भब हे.
आज हमने नया क्या सीखा?
दोस्तों आशा करता हु के इस Article What is SIP in Hindi – सिप क्या है? से आप को आप का सारे question का जबाब मिल गया होगा. और ये Article What is SIP in Hindi – सिप क्या है? आप को अच्छा भी लगा होगा.
इस Article पे में कॉसिश किया हु की SIP के बारे में आप को जितना ज्यादा से ज्यादा जानकारी दी जाये. और मेरा ये अनुमान है, कि इस Article से आप को जितना जानकारी मिलहे उतना जानकारी आप को किसी और Article पे नहीं मिलेगा.
जैसे कि आज हमें Article इस से सीखा है What is SIP in Hindi – सिप क्या है? How SIP works | SIP कैसे काम करता हे, Types of SIP | कितने प्रकार के होते है? Benefits of SIP | सिप का फयदा, Disadvantage of SIP | सिप का नुकसान. Best SIP Plan कैसे चुने? और How to start SIP | SIP कैसे शुरू करे?
और इस सब के अलावा अगर आप को कुछ और जानकारी चाहिए तो Comment करके बता सकते हो. में कोशिश करूँगा आप को जानकारी देने के लिए.